अजमेर दरगाह शरीफ को निशाना बनाने की साजिशों पर रज़ा यूनिटी फाउंडेशन की कड़ी प्रतिक्रिया
रज़ा यूनिटी फाउंडेशन, छत्तीसगढ़
दिनांक: 30 नवंबर 2024
अजमेर दरगाह शरीफ को निशाना बनाने की साजिशों पर रज़ा यूनिटी फाउंडेशन की कड़ी प्रतिक्रिया
छत्तीसगढ़ में रज़ा यूनिटी फाउंडेशन ने हाल ही में अजमेर दरगाह शरीफ के खिलाफ साजिशों और नफरती एजेंडे की कड़ी निंदा की है। प्रदेश अध्यक्ष शादाब आलम रज़वी ने इसे समाज को बांटने और सांप्रदायिक सौहार्द को तोड़ने की साजिश करार दिया है।
हमारी मांगें और निंदा:
1. Places of Worship Act, 1991 का सख्ती से पालन हो, और निचली अदालतों द्वारा इस कानून की अनदेखी पर उचित कार्यवाही की जाए।
2. अजमेर दरगाह शरीफ जैसे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थलों को निशाना बनाने वालों पर कानूनी कार्रवाई हो।
3. समाज में नफरत फैलाने वाले तत्वों और संगठनों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएं।
4. सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने और धार्मिक स्थलों की पवित्रता को सुरक्षित रखने के लिए सरकार ठोस रणनीति बनाए।
संविधान और कानून पर भरोसा:
शादाब आलम रज़वी ने कहा, “हम भारत के संविधान और न्यायपालिका पर पूरा भरोसा रखते हैं। यह साजिश सिर्फ दरगाह शरीफ के खिलाफ नहीं, बल्कि पूरे देश की सांप्रदायिक एकता पर हमला है। हम इसे कानूनी और संवैधानिक तरीके से चुनौती देंगे।”
हमारी अपील:
रज़ा यूनिटी फाउंडेशन सभी धार्मिक और सामाजिक संगठनों से अपील करता है कि वे ऐसी साजिशों का विरोध करें और सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने में योगदान दें।
आगे की रणनीति:
1. इस मुद्दे पर राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर एकजुटता दिखाने के लिए सभी संगठनों से संपर्क किया जाएगा।
2. सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर Places of Worship Act का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की मांग की जाएगी।
3. समाज में शांति और एकता को बनाए रखने के लिए जनजागरण अभियान चलाया जाएगा।
रज़ा यूनिटी फाउंडेशन:
अजमेर दरगाह शरीफ केवल मुसलमानों की नहीं, बल्कि मानवता और भाईचारे का प्रतीक है। इसे निशाना बनाना सांप्रदायिक एकता पर हमला है। रज़ा यूनिटी फाउंडेशन समाज के हर वर्ग से अपील करता है कि ऐसी साजिशों को नाकाम करने के लिए एकजुट होकर खड़े हों।
रज़ा यूनिटी फाउंडेशन
प्रदेश कार्यालय: छत्तीसगढ़
संपर्क: www.razaunityfoundation.in
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