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हाई स्पीड वाहनों पर इंटरसेप्टर वाहन की होगी नजर, सड़क दुर्घटनाओं पर लगेगा अंकुश

हाई स्पीड वाहनों पर इंटरसेप्टर वाहन की होगी नजर, सड़क दुर्घटनाओं पर लगेगा अंकुश

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इंटरसेप्टर वाहन को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री विकास कुमार, श्री पुष्पेन्द्र बघेल ने हरी झंडी दिखाकर किया रवाना

कवर्धा। पुलिस मुख्यालय रायपुर द्वारा आबंटित नए इंटरसेप्टर वाहन को पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव के मार्गदर्शन में आज अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री विकास कुमार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री पुष्पेन्द्र बघेल ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इंटरसेप्टर वाहन का विधिवत पूजा अर्चना भी किया गया। इस अवसर पर उप पुलिस अधीक्षक श्री संजय ध्रुव, श्री कृष्णा चंद्राकर, रक्षित निरीक्षक एवं यातायात प्रभारी श्री प्रवीण खलखो सहित यातायात के जवान उपस्थित थे।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री विकास कुमार ने उपस्थित जवानों को बताया कि यह वाहन अत्याधुनिक मशीनों से लैस है। स्पीड लेजर गन, लेजर एवं इन्फ्रारेड तकनीक में कार्य करती है। यह सडक़ पर तेज गति से चलने वाले वाहनों को 500 मीटर की दूरी से कैप्चर कर लेती है। जिससे ओव्हर स्पीड चलने वाले वाहन चालकों पर कार्रवाई करने में सहायक होगी। साथ ही इंटरसेप्टर वाहन में एक साथ अन्य कई विशेषताएं हैं। जैसे स्पीड राडार गन से निर्धारित गति से तेज चलने वाले वाहनों की गति मापन, ब्रीथ एनालाईजर से नशे में वाहन चलाने की जांच, सर्विलांस कैमरा से वाहनों की निगरानी, प्रकाश तीव्रता मापन यंत्र से वाहनों की तेज हेड लाईट्स की जांच, ग्लास पारदर्शिता यंत्र से वाहन के ग्लास की पारदर्शिता मापने, ध्वनि मापक यंत्र से वाहन में लगे ध्वनि विस्तारक यंत्रों की आवाज मापने एवं पीए सिस्टम यंत्र से सुगम यातायात प्रबंधन के दिशा-निर्देश शामिल है।

नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों को चिन्हित कर की जा सकेगी कार्रवाई

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री विकास कुमार ने बताया कि जिले में इंटरसेप्टर वाहन मिलने से नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों को चिन्हित कर कार्रवाई की जा सकेगी। इस वाहन में ध्वनि विस्तारक यंत्र तथा 360 डिग्री निगरानी के लिए सर्विलांस कैमरा भी है, जिससे सड़क दुर्घटना के मामले में कानून व्यवस्था की स्थिति की बेहतर निगरानी व सुगम यातायात प्रबंधन की कार्रवाई भी कर पाएंगे। राज्य स्तरीय सड़क सुरक्षा निधि प्रबंधन समिति की अनुशंसा पर राज्य शासन से प्रशासकीय स्वीकृति उपरांत सड़क सुरक्षा कोष मद से इन वाहनों का प्रबंध किया गया है।

इंटरसेप्टर वाहन एक हाई टेक्नोलॉजी से लैस वाहन हैं

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री पुष्पेन्द्र बघेल ने बताया कि इंटरसेप्टर वाहन एक हाई टेक्नोलॉजी से लैस वाहन है। यह गाड़ी कैमरा और जीपीएस से लैस है। इंटरसेप्टर गाड़ी में 360 डिग्री में घूमने वाला कैमरा है, जो वाहनों की गति को नियंत्रित करने का काम करती है। तेज रफ्तार वाहनों की गति माप लेती है। इंटरसेप्टर में लगे कैमरे नंबर प्लेट की फोटो ले लेती है। चंद सेकेंड में गाड़ी के नंबर प्लेट की प्रिंट निकाल देती है। बिना गाड़ी को रोके उसका चालान काट देती है। सड़क दुर्घटना को रोकने में भी यह वाहन कारगर है। दुर्घटना के वक्त मदद के लिए भी तैयार रहती है। इंटरसेप्टर वाहन में ट्रैफिक विभाग का पूरा डेटा मौजूद रहता है और इस डेटा की मदद से गाड़ी मालिक को संदेश भेजा जाता है। इसी तरह यह बिना हेलमेट वालों को ट्रैक कर लेती है। सीट बेल्ट नहीं लगाने वालों की भी फोटो खींच लेती है। यह गाड़ी जुर्माने की प्रक्रिया को आसान बनाती है। क्राइम कंट्रोल करने में भी इंटरसेप्टर वाहन से मदद मिलती है।

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